Budget 2018 हाइलाइट्स: परिवारों को मिलेगा 5 लाख का हेल्थ बीमा, मार्केट में आएंगी 70 लाख नौकरियां
जिन लोगों ने नरेंद्र मोदी सरकार से लोकलुभावन बजट की आस लगाई हुई थी, उनकी उम्मीदों पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पानी फेर दिया। गुरुवार (1 फरवरी) को संसद में वित्त मंत्री ने 2019 के आम चुनावों को ध्यान में रखकर इस बार का बजट पेश किया। आइए आपको इस बजट की कुछ खास बातों से रूबरू कराते हैं:
कृषि: ग्रामीण इलाकों में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए वित्त मंत्री ने 2 अरब रुपये आवंटित किए। ऑपरेशन फ्लड की तर्ज पर ऑपरेशन ग्रीन को शुरू किया गया, जिसमें कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 500 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
वायु प्रदूषण: एनसीआर, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश वायु प्रदूषण से जूझ रहे हैं। इसकी रोकथाम के लिए कुछ स्कीमें लाई जाएंगी। प्रदूषण की समस्याओं से निपटने के मकसद से फसल के अवशेषों को हटाने के लिए सब्सिडी दी जाएगी।
किफायती आवास: प्रधान मंत्री आवास योजना मिशन की सुविधा के लिए राष्ट्रीय आवास बैंक के तहत एक किफायती आवास फंड बनाया जाएगा। ग्रामीण इलाकों में करीब 1 करोड़ घर बनाए जाएंगे।
रियल एस्टेट: किसी सौदे पर दस्तखत करते हुए स्टेकहोल्डर्स के बोझ को कम करने के लिए सर्कल दरों से पांच प्रतिशत के विचलन के लिए मौजूदा बाजार दर में कोई समायोजन नहीं किया जाएगा। सर्कल रेट बिक्री के पांच प्रतिशत से ज्यादा नहीं होने पर कोई एडजस्टमेंट नहीं किया जाएगा।
स्वच्छ भारत मिशन: इस पहल के तहत 6 करोड़ टॉयलेट्स पहले ही बनाए जा चुके हैं। अगले वित्त वर्ष में सरकार की 2 करोड़ टॉयलेट्स बनाने की योजना है।
रोजगार: नई रोजगार नीति के तहत 70 लाख औपचारिक नौकरियां पैदा की जाएंगी।
रोजी-रोटी: कम आय वाले समूहों में 4 करोड़ परिवारों को 16000 करोड़ रुपये खर्च कर बिजली कनेक्शन मुहैया कराया जाएगा। 8 करोड़ महिलाओं को उज्जवला योजना के तहत और गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन देने के लिए बड़ी स्कीमें चलाई जाएंगी। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत अगले वित्त वर्ष में फंड आवंटन में 5,750 करोड़ रुपये का इजाफा होगा।
स्मार्ट शहर: एेसे 99 शहरों का चयन किया जा चुका है, जिन्हें स्मार्ट सिटी के तौर पर डिवेलप किया जाएगा। इसमें करीब 2.04 लाख करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके अलावा विकास के मॉडल जिलों के तौर पर सरकार 115 महत्वकांक्षी जिलों की पहचान की जाएगी।
मेडिकेयर: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने भाषण में एक नई नेशनल हेल्थ पॉलिसी लॉन्च की, जिसमें हर साल 5 लाख का हेल्थ बीमा प्रति परिवार मुहैया कराया जाएगा। इससे करीब 50 करोड़ लोगों को फायदा होगा।
बुनियादी ढांचा:
*9000 किलोमीटर से लंबे राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण 2018-19 में पूरा किया जाएगा।
*बेंगलुरु और मुंबई के उपनगरीय रेलवे नेटवर्क को भी बढ़ावा देने की योजना है।
*UDAN स्कीम के तहत केंद्र सरकार 56 गैर-सेवारत एयरपोर्ट्स और 31 हेलिपैड्स पर कनेक्टिविटी मुहैया कराएगी। एयरपोर्ट्स की क्षमताएं 5 गुना बढ़ाई जाएंगी, ताकि सालाना एक अरब यात्राएं मुहैया कराई जा सकें।
*रेलवे का कायाकल्प किया जाएगा। इन्हें वाई फाई और सीसीटीवी से लैस किया जाएगा। जिन स्टेशनों में 25000 से ज्यादा यात्री आते हैं, वहां एस्केलेटर्स लगाए जाएंगे।
अब बात टैक्स की:
सैलरी क्लास को फायदा: सैलरी क्लास के लिए ट्रांसपोर्ट और मेडिकल रीइम्बर्समेंट के लिए 40 हजार रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन होगा। इनकम टैक्स स्लैब में वित्त मंत्री ने किसी तरह का बदलाव नहीं किया है।
एंटरप्राइजेज: इन्फ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट का इस्तेमाल करके सरकार केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों का चयन करेगी।
वरिष्ठ नागरिक: 50,000 रुपये तक के बैंक जमा पर ब्याज आय की छूट होगी।
एजुकेशन सेस: एजुकेशन सेस का रेट एक प्रतिशत बढ़ाकर 4 प्रतिशत कर दिया गया है।