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हैदराबाद के इन इलाकों में निवेश करेंगे तो जल्द ही हो जाएंगे मालामाल

April 11 2019   |   Gunjan Piplani
निजामों के शहर हैदराबाद ने केंद्र सरकार के कई नीतिगत फैसलों का स्वागत किया है, जिन्होंने रियल एस्टेट मार्केट पर प्रभाव डाला है। तेलंगाना राज्य की राजधानी का रियल एस्टेट में काफी आगे चल रहा है। इसका बड़ा कारण है बिल्डर्स का ताजा घटनाक्रमों को अपनी तरक्की के लिए प्रयोग करना । हालांकि नोटबंदी के कारण कई डिवेलपर्स पर खास प्रभाव नहीं पड़ा, बेशक रियल एस्टेट मार्केट ठंडा पड़ गया। इस मंदी ने निवेशकों और घर खरीदारों को इस चिंता में डाल दिया कि रियल एस्टेट में निवेश किया जाए या नहीं। लॉन्ग टर्म गोल्स को देखते हुए राज्य सरकार के इकनॉमिक्स और स्टैटिस्टिक्स निदेशालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक तेलंगाना भारत के 6 बड़े औद्योगिक राज्यों में से एक है, जिसमें से हैदराबाद देश का सबसे तेजी से उभरता हुआ आईटी हब है। साइबराबाद के नाम से मशहूर इस शहर में हाल ही में कमर्शियल जगहों के किरायों में बढ़ोतरी हुई है, साथ ही रिहायशी संपत्तियों की खरीद में भी इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं रिहायशी प्रॉपर्टीज के किरायों में भी वृद्धि देखी गई है। इस शहर में बहुत सारी आईटी कम्पनीज़ हैं। एेसे में उन अपार्टमेंट्स की बहुत ज्यादा डिमांड है, जो बेहतर बुनियादी सुविधाओं वाले इलाकों के पास हैं। मांग के मुताबिक, हैदराबाद में निवेश करने के लिए सबसे अच्छा सेक्टर संपत्ति खरीदना और किराए पर देना है। हैदराबाद में दो प्रमुख इलाके गाछीबौली और मणिकोंडा हैं, जो निवेश के लिए शानदार हैं। गूगल, एप्पल और इंफोसिस जैसी दिग्गज कॉरपोरेट कंपनियों के अॉफिस होने का परिणाम है कि किराए के क्षेत्र ने लंबी छलांग मारी है। घर खरीदारों और संपत्ति में निवेश करने में दिलचस्पी रखने वालों को उम्मीद है कि दाम ऊपर जायेंगे , धीरे मगर स्थिर तरीके से। हैदराबाद में ग्राहक ज्यादातर 2बीएचके और 3बीएचके अपार्टमेंट्स में निवेश कर रहे हैं, जिसमें 2बीएचके सबसे आगे हैं। हैदराबाद का गाछीबौली सबसे तेजी से बढ़ता हुआ इलाका है। यह रियल एस्टेट के विकास का अड्डा बन गया है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट से नजदीकी, आईटी बेस में इजाफा और बढ़ती हुई बुनियादी जरूरतों ने अॉफिस के पास ही रहने की चाह रखने वाले आईटी पेशेवरों के बीच इस इलाके को पॉपुलर बना दिया है। गचीबौली में 2 और 3 बीएचके के अपार्टमेंट्स हैं, जिनकी रेंज 40 से 60 लाख के बीच है। ग्राहक ज्यादातर 2बीएचके वाले अपार्टमेंट्स को ही चुनता है, चाहे वह महंगे ही क्यों न हों। अगर डिमांड की बात करें तो 2बीएचके के बाद लोगों में 3बीएचके अपार्टमेंट्स को खरीदने और किराए पर देने में दिलचस्पी है। गचीबौली के दो प्रोजेक्ट्स-हिलक्रेस्ट (3,500 रुपये प्रति स्क्वेयर फुट) और हाई फील्ड्स (4,700 रुपये प्रति स्क्वेयर फुट) इलाके में काफी ज्यादा ग्राहकों का ध्यान खींच रहे हैं। गचीबौली की तरह मणिकोंडा भी बढ़ती हुई रियल एस्टेट की मांग में पीछे नहीं है। यह इलाका उन ग्राहकों के लिए है जो बजट में प्रॉपर्टी तलाश कर रहे हैं। मणिकोंडा और गाछीबौली ने आईटी सेक्टर ने तेजी से विकास किया है। यह उन प्रमुख इलाकों में शुमार हैं, जहां हाई राइज रेजिडेंशल प्रोजेक्ट्स और सॉफ्टवेयर कंपनियों के हेडक्वॉटर हैं। यह एक पॉश इलाका है, जहां कई कमर्शियल इमारते हैं। यहं कई बड़े व्यवसायिक कंपनियां जैसे रिलायंस, ब्रैंड फैक्टरी इत्यादि हैं। मणिकोंडा मेट्रो और स्टेट बस सर्विस से जुड़ा हुआ है। यहां खरीदार को प्रॉपर्टी खरीदने और उसे किराए पर देने के काफी अॉप्शन हैं। कोई खरीदार मिड रेंज के बजट में 20 से 40 लाख और ज्यादा बजट होने पर 1 करोड़ से 1.2 करोड़ की रेंज में प्रॉपर्टी खरीद सकता है। ग्राहक ज्यादातर 2 बीएचके और 3 बीएचके वाले घरों को पसंद करते हैं, जिसमें तरजीह 3 बीएचके वाले घरों या अपार्टमेंट्स को देते हैं, जिनकी कीमत 20 लाख रुपये से 60 लाख रुपये या 40 लाख रुपये से 60 लाख के बीच है।



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