हरियाणा के फरीदाबाद की सूरत बदलकर रख देगा मास्टर प्लान 2031, जानिए क्या है इसमें खास
December 06, 2017 |
Surbhi Gupta
हरियाणा के औद्योगिक शहर फरीदाबाद में बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने शहर के लिए मास्टर प्लान 2031 को मंजूरी दी है। मास्टर प्लान को जमीन के इस्तेमाल की पॉलिसी को बेहतर करने और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए लाया गया है। फिलहाल फरीदाबाद की कुल आबादी 14 लाख है, जबकि डिवेलपमेंट प्लान का ड्राफ्ट 38 लाख लोगों के लिए तैयार किया गया है। इस डिवेलपमेंट प्लान में 34 हजार हेक्टेयर भूमि को कवर किया गया है, जिसमें से 14 हजार को रिहायशी इस्तेमाल के लिए रखा गया है। आइए आपको इस प्लान की खास बातें बताते हैं।
हाई राइज सोसाइटीज को मंजूरी:
फरीदाबाद के मास्टर प्लान 2031 में हाई राइज सोसाइटीज को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि नागरिकों को ज्यादा खुला स्पेस मिल सके। मुख्य फरीदाबाद शहर पर इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट का दबदबा है। हाल ही में विकसित हुए रिहायशी इलाके सेक्टर 66 से 89 के बीच हैं, जिसे ग्रेटर फरीदाबाद कहा जाता है। इस उप क्षेत्र को एक स्थायी शहर के तौर पर विकसित किया जा रहा है, जिसमें बड़ी सड़कें, ऊंची बिल्डिंगें, मनोरंजन की जगह से लेकर सेक्टर 66-74 के इंडस्ट्रियल इलाकों में रोजगार के पर्याप्त अवसर भी हैं।
HUDA बनाएगा रिहायशी इलाके
जिन रिहायशी इलाकों में प्राइवेट बिल्डरों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई, उन जगहों को हरियाणा अर्बन डिवेलपमेंट अथॉरिटी (HUDA) विकसित करेगा। इसमें वह इलाके शामिल होंगे, जहां रिहायशी सुविधाएं खराब हैं। इसके अलावा सार्वजनिक उपयोगिता प्रयोजनों के लिए 638 हेक्टेयर भूमि प्रस्तावित की गई है, जिसमें ईस्ट आगरा नहर में सीवेज निपटान के लिए एक साइट शामिल है।
ग्रामीण इलाकों में विकास
फरीदाबाद के इस ड्राफ्ट डिवेलपमेंट प्लान में शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों पर भी ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा उत्तर और पश्चिमी फरीदाबाद में भौगोलिक सीमाओं के कारण शहर के दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम में आगरा नहर के पूर्व क्षेत्र को अतिरिक्त जनसंख्या के लिए रहने लायक बनाया जाएगा।
हरियाली और खुला इलाका
मास्टर प्लान 2031 में ग्रीन स्पेस और खुले इलाकों पर भी खासा जोर दिया गया है। प्लान के मुताबिक आवासीय कॉलोनी में सड़कों की न्यूनतम चौड़ाई कम से कम 12 मीटर होनी चाहिए, जबकि एक आवासीय कॉलोनी में पार्कों या खुली जगहों की योजना इस तरह से बनाई जाएगी कि यह प्रति व्यक्ति 2.5 वर्ग मीटर के न्यूनतम मानक को पूरा करे। जनसंख्या की जरूरतों को पूरा करने के लिए पहले से प्लान रिहायशी सेक्टर्स में बुनियादी ढांचे के लिए अतिरिक्त इलाका मुहैया कराया जाएगा।